शादी की रात , बेटी और दामाद की लडाई की आवाजों से माँ बहुत चिंतित हुई . दुसरे दिन जब बेटी रो रही थी , तो माँ ने समझाया .
माँ : रो मत बेटी , ये तो हर घर में होता है , पति और पत्नी लड़ते ही रहते है ,ये हर घर की बात है , रो मत .
बेटी : वो सब तो ठीक है माँ , लेकिन अब मैं उसकी लाश का क्या करू.
1 comment:
करना क्या है... जैसे मारा है, वैसे ही दफना डालो
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